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Press Note

कारगिल के योद्धा कैप्टन जोगेंद्र फौगाट ने जयहिन्द को खाना खिलाया और इक्कीस हजार रुपए दान दिया

रोहतक (25 दिसंबर) / जैसा कि आप सभी जानते है कि जयहिन्द सेना द्वारा योद्धा खानदान जयहिन्द को रोटी–दान मुहीम चलाई गई है। इसी कड़ी में जिला रोहतक निवासी कैप्टन जोगेंद्र फौगाट ने नवीन जयहिन्द को अपने घर बुलाकर खाना खिलाया और इक्कीस हजार रुपए का दान दिया। जयहिन्द ने 7027–822–822 नंबर जारी करते हुए बताया कि जो भी साथी जयहिन्द सेना से जुड़ना चाहता है वह हमारे इस नंबर पर कॉल करके हमसे सीधा जुड़ सकता है। जयहिन्द ने बताया कि कैप्टन जोगेंद्र फौगाट बहुत ही संघर्षशील आदमी है ये कारगिल की लड़ाई के समय वहां मौजूद थे। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि कैप्टन साहब हमारे साथ हर अच्छे बुरे समय में हमेशा आगे खड़े मिलते है। और आज हम कैप्टन साहब का रोटी–दान के लिए बहुत आभार व्यक्त करते है। कैप्टन जोगेंद्र फौगाट ने बताया कि जयहिन्द एक ऐसा आदमी है जो निस्वार्थ भाव से हर वर्ग के लोगों की मदद करता है और लोगों की समस्याओं का समाधान करवाने के लिए अकेले ही सरकार व प्रशासन से भीड़ जाता है। आप इस बात से अंदाजा लगा सकते है कि दादा दुलीचंद की बारात से लाखों बुजुर्गो, विकलांगों व विधवा महिलाओं की पेंशन बनी व फैमिली आईडी और बीपीएल कार्ड संबंधित समस्याओं का समाधान हुआ, पहरावर की जमीन से सालों से सरकारों का कब्जा हटवाया, बेरोजगारों की बारात निकाली जिससे 25 हजार बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी मिली, खिलाड़ियों का खेल कोटा खत्म हुआ तो जयहिन्द ने सोटा उठाया जिससे सरकार को 4% खेल कोटा बहाल करना पड़ा, दलितों के घर गिराने से बचाए व बहुत से ऐसे आंदोलन जयहिन्द ने किए जिनसे लाखों बुजुर्गो, बेरोजगारों, विकलांगों, खिलाड़ियों व हर वर्ग के लोगों को लाभ मिला।

शहीदों के परिवारों को संभालना समाज व सरकार की जिम्मेदारी – जयहिन्द

रोहतक (24 दिसंबर) / मणिपुर के इंफाल में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए रोहतक के किलोई गांव के रहने वाले फौजी सुनील पहलवान का मंगलवार 24 दिसंबर को उनके पैतृक गांव में पूरे मान–सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। नवीन जयहिन्द शहीद को श्रद्धांजलि देने किलोई गांव में पहुंचे। जयहिन्द ने कहा कि हर किसी को देश के लिए शहीद होने का मौका नहीं मिलता तो फौजी सुनील पहलवाल का शहीद होना हम सब के लिए दुख के साथ–साथ गर्व की भी बात है। साथ ही जयहिन्द ने कहा जब भी कोई शहीद होता है तो उनके परिवार को संभालने की जिम्मेदारी सरकार के साथ–साथ समाज की भी बनती है। शहीद सुनील की इंफाल में पोस्टिंग थी और 18 साल पहले वे बीएसएफ में भर्ती हुए थे। उनकी दो बेटियां हैं, एक बास्केटबॉल की राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी है और दूसरी दसवीं कक्षा में पढ़ती हैं। बीएसएफ में भर्ती होने से पहले सुनील पहलवानी करते थे और फिलहाल भी एक अच्छा पहलवान थे। 15 दिन पहले वह छुट्टी के बाद वापस पोस्टिंग पर गए थे। नक्सली मुठभेड़ से एक दिन पहले परिवार के लोगों से बातचीत भी हुई थी। अचानक से सुनील की शहादत की खबर सुनकर किलोई और उसके आसपास के गांव में सन्नाटा पसर गया और सभी लोग शहीद के परिवार को सांत्वना देने के लिए उनके घर पहुंचे। देर रात सेना के जवान उनके पार्थिव शरीर को लेकर पैतृक गांव किलोई में पहुंचे और आज सुबह उनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

संत गोपालदास जी सच्चे गौ भक्त है – जयहिन्द

रोहतक (23 दिसंबर) / सोमवार 23 दिसंबर को गौ भक्त संत गोपालदास जी गीता महोत्सव में गाय ले जाने वाले मामले में माननीय जज साहब हिमांशु आर्य जी की अदालत से बाइज्जत बरी हुए। नवीन जयहिन्द ने इसे खुशी का दिन बताया और रोहतक कोर्ट के बाहर फूल–मालाओं व लड्डु बांटकर संत जी का स्वागत किया। साथ ही जयहिन्द ने न्यायपालिका का धन्यवाद किया। इस मौके पर संत गोपालदास जी के साथ जयहिन्द , वकील व उनकी टीम मौजूद रही। आपको बता दें कि 2017 में रोहतक रंगशाला में गीता महोत्सव चला हुआ था। गौ माता के लिए चारागाह भूमि को लेकर सुप्रीम कोर्ट ओर हाई कोर्ट के ऑर्डर को लागू करवाने के लिए हम बिल्कुल शांतिपूर्वक तरीके से गाय लेकर वहां गए थे ताकि सरकार जाग जाए। और सरकार ने षडयंत्र के तहत हमें डराने के लिए मुकदमा किया गया। गोपालदास जी ने बताया कहीं न कहीं यह मेरी ही असफलता है कि मैं उनके मन में गौ माता के प्रति प्रेम नहीं जगा पाया, मुझे लगता है मुझे फिर से अपनी एन सांसे दाव पर लगानी पड़ेगी। अकेले मेरे द्वारा ही नहीं बल्कि प्रदेश में बहुत से लोगों द्वारा गौ माता की मांगों को लेकर संघर्ष किया है, तो सरकार को गौ माता की कल्याणकारी योजनाओं के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। साथ ही गोपालदास जी ने कहा कि मैं सदा गौ माता के न्याय की लड़ाई लड़ता रहूंगा, लठ, गोली और जेल से आगे कुछ नहीं होता। जयहिन्द ने बताया कि संत गोपालदास जी ने गौ माता के लिए सौ दिनों से ज्यादा का अनशन भी किया था। जब संत जी गौ माता के रहने व उनके चारे के लिए लड़ाई लड़ रहे थे, तो संत जी पर व हम पर केस किए गए। साथ ही जयहिन्द ने समाज में रहने वाले लोगों से अपील करते हुए कहा कि यह ठीक नहीं है कि गौ माता का दूध निकाल कर उसे सड़कों पर धक्के खाने के लिए छोड़ने। गाय को जब हम अपनी माता का दर्जा देते है तो इज्जत भी उतनी ही करनी चाहिए।

जयहिन्द का लगा जनता दरबार

रोहतक (22 दिसंबर) / जैसा कि आप सभी जानते है कि जयहिन्द सेना सुप्रीमो नवीन जयहिन्द हर रविवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक पेड़ के नीचे लोगो से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है। रविवार 22 दिसंबर को सीपीएलओ–एलसीएलओ कर्मचारी, मीटर रिडर व एमडी यूनिवर्सिटी के लोग अपनी समस्या लेकर जयहिंद के पेड़ के नीचे पहुंचे। सीपीएलओ–एलसीएलओ कर्मचारियों ने रोटी–दान मुहीम के चलते जयहिन्द को खाना खिलाया व पांच हजार सौ रुपए देकर सम्मानित किया। यूनिवर्सिटी के लोगों ने जयहिन्द को नगर निगम की समस्या के बारे में बताया कि किस तरह से निगम के अधिकारी बिना बताए टैक्स लगाते है हम इसे लेकर रोहतक के विधायक बीबी बत्रा जी व पूर्व विधायक मनीष ग्रोवर जी से भी मिल चुके है लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं होती। हम बड़ी उम्मीद से जयहिन्द के पास आए है ताकि हमारी आवाज सरकार व अधिकारियों के कानो तक पहुंचे और हमारी समस्या का समाधान हो। जयहिंद ने सभी कर्मचारियों का आभार जताया और कहा कि हम पूरे दमदार तरीके से आपकी समस्या उठाएंगे व साथ ही जयहिन्द ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी से अपील करते हुए कहा कि इन लोगों की समस्याएं बहुत गंभीर है और जल्द से जल्द इनकी समस्याओं का समाधान किया जाए। जयहिन्द ने 7027–822–822 नंबर जारी करते हुए बताया कि जो भी साथी जयहिन्द सेना से जुड़ना चाहता है वह हमारे इस नंबर पर कॉल करके हमसे सीधा जुड़ सकता है। जयहिंद ने कहा न तो मैं कोई एमएलए–एमपी हूं और न ही सरकार या विपक्ष का नेता, लेकिन फिर भी लोग अगर मेरे पास अपनी समस्या लेकर आते है तो इस विषय पर सरकार व विपक्ष को सोचना चाहिए। क्योंकि लोगो की समस्याएं सुनने के लिए सरकार व विपक्ष के पास नेता जरूर होने चाहिए। सरकार को इनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए और विपक्ष को इनकी आवाज उठानी चाहिए। ऐसा लगता है मानो हरियाणा के सभी एमपी–एमएलए सो रहे है जिस कारण लोग हमारे पास समस्या लेकर आते है। जयहिंद ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में हर डीसी की जिम्मेदारी है कि वह सुबह 9 बजे से 11 बजे तक जनता से मिले व उनकी समस्या सुनकर उनका समाधान करें। तो लोग अपनी समस्या लेकर उनके पास जाए और अगर फिर भी सुनवाई न हो तो हमारे पास पहुंचे हम यहीं पेड़ के नीचे मिलेंगे। जयहिंद ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी जी लोगो की समस्याएं सुनने के लिए जनता दरबार लगाते है अच्छी बात है लेकिन सरकार के हर एमपी–एमएलए को सप्ताह में 1 दिन जनता दरबार लगाना चाहिए व हर विभागों के मुख्य अधिकारियों को अपने–अपने जिले में सप्ताह के 5 दिन लोगो की समस्याएं सुनने के लिए दरबार लगाना चाहिए और उसे सरकार के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव प्रसारण किया जाना चाहिए। जयहिंद ने लोगो से भी अपील करते हुए कहा कि अगर आपको सरकार से, शासन व प्रशासन से किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या है तो आपको न्याय के लिए मजबूती से खड़े होना सीखना पड़ेगा। साथ ही अगर किसी दूसरे को कोई समस्या आए तो उसके लिए भी खड़ा होना चाहिए।

ओमप्रकाश चौटाला जी बहुत मजबूत व हिम्मत वाले आदमी थे – जयहिन्द

सिरसा (21 दिसंबर) / हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला जी का शुक्रवार को गुरुग्राम में निधन हो गया। वह 89 साल के थे। आज शनिवार 21 दिसंबर को उनके पैतृक गांव चौटाला में उनका अंतिम संस्कार किया गया जहां नवीन जयहिन्द ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। जयहिन्द ने बताया कि चौटाला साहब बहुत मजबूत व हिम्मत वाले आदमी थे। आज के दिन किसी नेता में इतनी हिम्मत नहीं होगी कि 75 साल की उम्र में दस साल की सजा की जेल काटकर ज़िंदा वापिस आ जाएगा। साथ ही जयहिन्द ने कहा लोग चौटाला साहब की पॉलिसी व काम से सहमत ना हो कोई बात नहीं, लेकिन इस बात में कोई आपति नहीं होनी चाहिए कि चौटाला साहब बहुत हिम्मत वाले आदमी थे। जयहिन्द ने कुछ पुराना यादें साझा करते हुए बताया कि अन्ना आंदोलन के दौरान गुरुग्राम के एक मेडिकल में अन्ना जी एडमिट हुए थे और मैं उनके साथ था। उसी मेडिकल में चौटाला जी भी एडमिट थे। चौटाला साहब को पता चलने पर उन्होंने मुझे बुलाया और मेरा नाम व पता पूछा। मेरे बताने पर उन्होंने झट से बता दिया कि तुम्हारे गांव के नाम पर दौ गांव है तुम कौनसे गांव के हो, उसके बाद एक गांव में चौटाला साहब द्वारा जनता दरबार लगाया गया था उसमें हमने नारे लगाए तो उन्होंने तुरंत मुझे पहचान लिया। मैने उस समय देखा कि इतनी ज्यादा उम्र में भी याददाश इतनी तेज होना आम बात नहीं है। चौटाला साहब ने 87 साल की उम्र में जेल से ही 10वीं की परीक्षा दी और मेरिट में पास हुए। बेशक वे बहुत बुद्धिमान थे और उनसे हमें ओर आज के बच्चों को प्रेरणा लेनी चाहिए।

केस करो, मुझे गिरफ्तार करो, जो आपकी मर्जी है करो मैं हूं खुश – जयहिन्द

रोहतक (20 दिसंबर) / शुक्रवार 20 दिसंबर को नवीन जयहिन्द फूल–पत्तों की माला पहनकर व फलों की टोकरी लेकर ई–रिक्शा चलाकर अर्बन स्टेट थाना रोहतक में गिरफ्तारी देने पहुंचे। जयहिन्द ने थाने में कहा मुझ पर केस करो या मुझे गिरफ्तार करो आपकी मर्जी। पेड़, प्रकृति, पर्यावरण व पब्लिक के लिए लड़ना अगर पाप है तो मैं पापी हूं। जनता के मुद्दे उठाना और उनके लिए लड़ना मेरे खून में है। मेरे किसी भी काम या आंदोलन का मैं ख़ुद ज़िम्मेदार हूँ मेरे किसी ओर साथी को परेशान ना किया जाए। पुलिस ने मुझसे नोटिस का जवाब मांगा था तो आज मैं थाने में जवाब देने पहुंचा हूं। साथ ही जयहिंद ने कहा कि एक साल पहले आज ही के दिन मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने को लेकर जेल गया था। आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले पुलिस ने जयहिन्द को नोटिस दिया था और एफआईआर की थी जिसका जवाब देने आज जयहिन्द थाने में पहुंचे। जयहिन्द का कहना है कि यहां पेड़ों के नीचे पूरे प्रदेश से लोग अपनी–अपनी समस्याएं लेकर हमारे पास आते है और हम उनकी समस्याएं सुनते है और उनके मुद्दे उठाते है। अगर लोगो की समस्याएं सुनना, लोगो के मुद्दों की आवाज उठाना अपराध है तो ये अपराध होते रहेंगे। हम सरकार व प्रशासन से यह कहना चाहते है कि एक तरफ तो सरकार, प्रधानमंत्री जी व मुख्यमंत्री जी ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने को कहते है, यहां तक कि पेड़ों की पेंशन भी बनाई जा रही है। और दूसरी तरफ विभाग द्वारा यहां पेड़ों को काटकर प्लॉट काटने की बात की जा रही है। प्लॉट धारकों को उनके प्लॉट आसपास खाली पड़ी जमीन पर भी दिए जा सकते है, तो पेड़ों को काटकर ही क्यों? एक पेड़ काटना एक आदमी की हत्याके बराबर है। साथ ही जयहिन्द ने मुख्यमंत्री जी से, डीसी साहब से अपील करते हुए कहा कि उन्हें इन पेड़ों को काटकर यहां प्लॉट काटने वाले मामले पर संज्ञान लेना चाहिए और स्वय या अपनी टीम को भेजकर इस मामले का निरीक्षण करवाना चाहिए। हम इन पेड़ों के माली है न की मालिक। इन पेड़ों की न तो कोई पार्टी है और न ही इनका कोई नेता है इसलिए हम इन पेड़ों की रखवाली कर रहे है क्योंकि हमने सालों तक पानी डालकर इन पेड़ों को बड़ा किया है।

सांघी गांव के लोगों ने जयहिन्द के सामने रखी अपनी समस्याएं

रोहतक (19 दिसंबर) / जैसा कि आप सभी जानते है कि जयहिन्द सेना द्वारा योद्धा खानदान जयहिन्द को रोटी–दान मुहीम चलाई गई है। इसी कड़ी में वीरवार 19 दिसंबर को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा जी के गांव सांघी से बुजुर्ग विधवा महिला बबली बाल्मीकि ने नवीन जयहिन्द को अपने घर बुलाकर खाना खिलाया और ग्यारह सौ रुपए का दान दिया जिन्हें जयहिंद ने वहां अपनी समस्या लेकर आई महिलाओं को दे दिए। आपको बता दें कि बबली अपनी कटी हुई विधवा पेंशन की समस्या लेकर जयहिन्द के पास आई थी जिसके बाद जयहिन्द बबली के साथ रोहतक डीसी ऑफिस गए थे। और बाद में उनकी कटी हुई पेंशन बनी व साथ ही जो पेंशन रुकी हुई थी वह भी मिली। जब जयहिन्द बबली के घर खाने पर पहुंचे तो आस पास की ओर भी महिलाएं उनको अपनी समस्या बताने उनके पास पहुंची। उन्होंने बताया कि जिनके अच्छे घर बने हुए है उनके तो पैसे पास कर दिए और जिनके घर टूटने की काग़ार पर है उनके नहीं किए। हमारी कहीं कोई सुनवाई नहीं होती। जयहिन्द ने बबली का घर देखा जो कि बहुत जर्जर हालत में था, कड़ियों की छत जो कि आधी टूटी हुई थी, और बाकी की भी कब गिर जाए कुछ पता नहीं। एक ओर महिला के घर गए जिनके घर के भी ऐसे ही हालत थे। महिलाओं ने बताया कि ऐसे सिर्फ दो घर नहीं है बल्कि 40 से 50 घर ऐसे है जो कभी भी गिर सकते है। इस पर जयहिन्द ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा जी व सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा जी से अपील करते हुए कहा कि आप सांसद है और यह तो आपका पैतृक गांव है, आपके ही गांव में लोग इन हालातों में अपना जीवन यापन कर रहे है आपको सोचना चाहिए और यह आकर इनके हालात देखने चाहिए। साथ ही जयहिन्द ने रोहतक के नए डीसी साहब से भी अपील करी कि आपको अलग–अलग गांव के दौरे करने चाहिए ताकि यह पता चले कि योजनाएं लोगों तक क्यों नहीं पहुंच पाती। जो भी आज हरिजन, प्रजापत, बाल्मीकि व अलग–अलग समाज के नेता बने घूमते है उनसे भी जयहिन्द ने अपील करते हुए कहा कि आपको यहां आकर इन लोगों के हालात देखने चाहिए और इनकी मदद करनी चाहिए। लोगो की समस्याएं सुन कर जयहिन्द ने कहा मै एक दिन का समय निकाल कर दोबारा आपके गांव सांघी में आऊंगा और सबकी समस्याएं सुनूंगा। जयहिन्द ने 7027–822–822 नंबर जारी करते हुए बताया कि जो भी साथी जयहिन्द सेना से जुड़ना चाहता है वह हमारे इस नंबर पर कॉल करके हमसे सीधा जुड़ सकता है।

AMO डॉक्टर भर्ती में गड़बड़ी की आशंका मुख्यमंत्री संज्ञान लें – जयहिन्द

रोहतक (18 दिसंबर) / हरियाणा प्रदेश के अलग–अलग जिलों से बुधवार 18 दिसंबर को सैकड़ों डॉक्टर अपनी समस्या लेकर जयहिन्द के तम्बू में पहुंचे और अपनी समस्या बताई। डॉक्टरों से जयहिन्द को बताया कि बारह साल बाद HPSC द्वारा AMO की भर्ती निकली और इन्हीं भारतीयों में गड़बड़ घोटाला किया गया। जयहिन्द ने इसे बहुत गंभीर मामला बताया और माननीय मुख्यमंत्री नायब सैनी जी, स्वास्थ्य मंत्री आरती राव जी और विभाग के उच्च अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें इस मामले पर संज्ञान लेना चाहिए और निष्पक्ष रूप से दोबारा अलग पैनल से कोर्ट की निगरानी में सब्जेक्टिव कॉपीज चेकिंग की जाए। साथ ही जयहिन्द ने सरकार व प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि इस पूरे मामले की पारदर्शिता से जांच की जाए और इन डॉक्टरों की समस्या का समाधान किया जाए वरना हम सभी डॉक्टरों के साथ सड़कों पर उतरेंगे और मुख्यमंत्री से मिलने उनके आवास पर जाएंगे। हम अपनी समस्या लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी जी, एचपीएससी कार्यालय व भाजपा के विधायकों व एमपी के पास भी का चुके है लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। हार कर हम बड़ी उम्मीद से जयहिन्द के पास आए है कि हमारी सुनवाई हो ओर हमारी आवाज सरकार व प्रशासन तक पहुंचे व हमारी समस्या का समाधान हो। डॉक्टरों ने बताया हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन(HPSC) द्वारा लगभग 805 पदों पर आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर(AMO) की भर्ती निकली थी। और इन भर्तियों में पूरे भारत से बच्चे अप्लाई कर सकते थे जबकि दूसरी बहुत सी ऐसी स्टेट है जहां हरियाणा का बच्चा अप्लाई नहीं कर सकता। तो जिन बच्चों ने ऑब्जेक्टिव में टॉप किया था उनको सब्जेक्टिव में फैल कर दिया। यह एक बहुत बड़ा सवाल है कि टोटल 1610 बच्चे पास करने थे लेकिन किया सिर्फ 912 बच्चों को। जबकि पेपर बहुत आसान था और हम पेपर में 15 सवाल करके आए। हमें ऐसा लगता है कि पूरी सेटिंग पेपर से पहले ही हो चुकी थी। एक महिला डॉक्टर ने बताया कि एक तरफ तो हरियाणा में नए आयुर्वेदिक कॉलेज खोले जा रहे है और दूसरी तरह हरियाणा के ही बच्चों के साथ ऐसा अन्याय हो रहा है। जब इन्हीं बच्चों को नौकरी नहीं मिल रही तो नए कॉलेज खुलने के बाद जो बच्चे पास आउट होंगे उन्हें कैसे नौकरी मिलेगी। जयहिन्द ने बताया कि यह जो सब्जेक्टिव पेपर किया गया है यह सिर्फ सेटिंग करने के लिए किया गया है। हम मुख्यमंत्री साहब से पूछना चाहते है कि हरियाणा को धर्मशाला क्यों बना रखा है। अच्छी बात की आप दूसरी स्टेट वाले को नौकरी देते हो लेकिन हरियाणा के बच्चे बेरोजगार क्यों रहे। अगर कोई स्टेट हरियाणा के बच्चों को नौकरी देने के लिए तैयार हो तो उन्हें हरियाणा में नौकरी दी जाए नहीं तो हरियाणा की नौकरियों पर पहला हक तो हरियाणा के बच्चों का है। पहले भी बाहर के बच्चों को नौकरी देने के मामले को लेकर हम जेल जा चुके है और एचपीएससी के बाहर गोबर के उपले व गौ मूत्र डालकर विरोध किया था। जयहिन्द का कहना है कि इस पूरे मामले में करोड़ों का खेल हुआ है अगर इस मामले की जांच की जाएगी तो बहुत से बड़े मगरमच्छ पकड़े जाएंगे। एक यह बात भी सामने आ रही है कि जिन बच्चों को सिलेक्ट करना था उन्हें पहले ही बता दिया गया था कि अपनी कॉपी पर किसी तरह का निशान बना कर छोड़ दे। जयहिन्द ने बताया कि जिस तरह से मुख्यमंत्री सैनी साहब द्वारा पीछे एचएसएससी में पारदर्शिता से भर्तियां की गई थी उसी प्रकार इन भर्तियों में भी पारदर्शिता होनी चाहिए। अभी कुछ दिन पहले एमबीबीएस डॉक्टरों की ज्वाइनिंग सिर्फ ऑब्जेक्टिव के आधार पर हुई है।

जयहिन्द के तम्बू का काटा प्रशासन ने पानी, जयहिन्द बोले मेरा नहीं पेड़ों का पानी काटा है

रोहतक (17 दिसंबर) / जैसा कि आप सभी जानते है कि जयहिन्द सेना द्वारा योद्धा खानदान जयहिन्द को रोटी–दान मुहीम चलाई गई है। इसी कड़ी में एक तरफ मंगलवार 17 दिसंबर को रोहतक जिले के लाढ़ौत गांव निवासी हरीश अत्री ने नवीन जयहिन्द को अपने घर बुलाकर खाना खिलाया और एक लाख इक्कीस हजार रुपए का दान देकर मुहीम की शुरुआत की। और दूसरी तरफ प्रशासन जयहिन्द के तम्बू में पहुंचा ओर पानी का कनेक्शन काट दिया। जयहिन्द ने 7027–822–822 नंबर जारी करते हुए बताया कि जो भी साथी जयहिन्द सेना से जुड़ना चाहता है वह हमारे इस नंबर पर कॉल करके हमसे सीधा जुड़ सकता है। जयहिन्द ने कहा यह पानी तम्बू का नहीं बल्कि बाग में लगे पेड़ों का काटा गया है। क्योंकि इस पानी को हम अपने निजी उपयोग के लिए नहीं बल्कि पेड़ों को पानी डालने के लिए इस्तेमाल करते थे। क्योंकि यह सिर्फ एक बाग नहीं ऑक्सीजन प्लांट है। लाखों लोग इन पेड़ों के वजह से स्वस्थ हवा में सांस लेते है। जयहिन्द ने बताया कि चाचा हरीश अत्री बहुत ही संघर्षशील आदमी है व हमारे 21 साल के संघर्ष के साथी भी है। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि चाचा हमारे साथ हर अच्छे बुरे समय में हमेशा आगे खड़े मिलते है। और आज हम चाचा हरीश अत्री का रोटी–दान के बहुत आभार व्यक्त करते है। चाचा हरीश अत्री ने बताया कि जयहिन्द एक ऐसा आदमी है जो निस्वार्थ भाव से हर वर्ग के लोगों की मदद करता है और लोगों की समस्याओं का समाधान करवाने के लिए अकेले ही सरकार व प्रशासन से भीड़ जाता है। आप इस बात से अंदाजा लगा सकते है कि दादा दुलीचंद की बारात से लाखों बुजुर्गो, विकलांगों व विधवा महिलाओं की पेंशन बनी व फैमिली आईडी और बीपीएल कार्ड संबंधित समस्याओं का समाधान हुआ, पहरावर की जमीन से सालों से सरकारों का कब्जा हटवाया, बेरोजगारों की बारात निकाली जिससे 25 हजार बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी मिली, खिलाड़ियों का खेल कोटा खत्म हुआ तो जयहिन्द ने सोटा उठाया जिससे सरकार को 4% खेल कोटा बहाल करना पड़ा, दलितों के घर गिराने से बचाए व बहुत से ऐसे आंदोलन जयहिन्द ने किए जिनसे लाखों बुजुर्गो, बेरोजगारों, विकलांगों, खिलाड़ियों व हर वर्ग के लोगों को लाभ मिला।

जयहिंद की पीजीआई से योद्धा खानदान जयहिन्द को रोटी दान मुहिम हुई शुरू

रोहतक(15 दिसंबर) / रोहतक पीजीआई के कर्मचारियों के बुलावे पर नवीन जयहिन्द पीजीआई पहुंचे जहां कर्मचारियों ने फूल–मालाओं से उनका स्वागत किया, उन्हें खाना खिलाया और अपनी इच्छा अनुसार जयहिन्द को 51000 रु दान देकर सम्मानित भी किया जयहिन्द ने भी सभी कर्मचारियों के साथ–साथ पीजीआई के वीसी साहब व पूरे पीजीआई प्रशासन का आभार जताने के साथ साथ राज्यपाल ओर जिला उपायुक्त और एसडीम साहब का धन्यवाद किया और कहा कि हमने जो संघर्ष किया था अभी उसकी आधी जीत हुई है हम पीजीआई प्रशासन को 1 महीने का समय देते है अगर कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम में शामिल नहीं किया गया तो हम फिर सड़क पर उतरकर लड़ाई लड़ेंगे। जयहिन्द ने बताया कि जयहिन्द सेना द्वारा योद्धा खानदान जयहिन्द को रोटी–दान मुहीम चलाई जा रही है, हमें दान सिर्फ स्वाभिमानी लोगों से चाहिए न कि चोर, ठग, बेइमान, गरीबों को लूटने वाले लोगों से। साथ ही जयहिन्द ने 7027–822–822 नंबर जारी करते हुए बताया कि जो भी साथी जयहिन्द सेना से जुड़ना चाहता है वह हमारे इस नंबर पर कॉल करके हमसे सीधा जुड़ सकता है। गौर करने योग्य बात हैं कुछ महीनों पहले पीजीआई के कच्चे कर्मचारी अपनी तनख्वाह संबंधी समस्या लेकर जयहिन्द के तम्बू में पहुंचे थे, जिसके बाद जयहिन्द के नेतृत्व में सभी कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन भी किया और राज्यपाल जी को भी ज्ञापन सौंपा था। जिसके बाद पिछले दिनों पीजीआई कर्मचारियों के वेतन में लगभग 1500 से 2500 रु प्रति महिना वेतन वृद्धि हुई हैं जयहिन्द ने कहा आज जो पीजीआई के कर्मचारियों की दौ हजार रुपए के करीब तनख्वाह बढ़ी है वह इसीलिए बढ़ पाई है कि इन्होंने खुद मजबूती से अपनी आवाज उठाई है। जयहिन्द ने पीजीआई के नए वीसी साहब व पूरे पीजीआई प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि किसी भी कर्मचारी को नौकरी से न निकाला जाए और इनकी दूसरी जो भी मांगे है उन्हें पूरा किया जाए। साथ ही पीजीआई के कर्मचारियों से भी अपील करते हुए जयहिन्द ने कहा कि आपको भी पूरी लगन से मरीजों की सेवा करनी चाहिए। वहीं नवीन जयहिंद ने पीजीआई कर्मचारियों के साथ ही 21 साल के संघर्ष में से 2100 क्रांतिकारी योद्धाओं की तलाश शुरू कर दी है ताकि जनता की समस्याओं का समाधान कराया जा सके जयहिन्द ने बताया कि लोग सभी एमपी–एमएलए के पास न जाकर मेरे पास समस्या लेकर आते है इस विषय पर सरकार को ध्यान देना चाहिए साथ ही जयहिंद ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी जी लोगो की समस्याएं सुनने के लिए जनता दरबार लगाते है अच्छी बात है लेकिन सरकार के हर एमपी–एमएलए को सप्ताह में 1 दिन जनता दरबार लगाना चाहिए व हर विभागों के मुख्य अधिकारियों को अपने–अपने जिले में सप्ताह के 5 दिन लोगो की समस्याएं सुनने के लिए दरबार लगाना चाहिए और उसे सरकार के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव प्रसारण किया जाना चाहिए।

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