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हरियाणवी कलाकारों का अपमान क्यों किया जा रहा है – जयहिन्द

Press Note

हरियाणवी कलाकारों का अपमान क्यों किया जा रहा है – जयहिन्द

 

रोहतक (7 फरवरी) / जैसा कि आप सभी जानते है कि हरियाणा के फरीदाबाद जिले में सूरजकुंड का मेला लगा हुआ है। इस विषय पर नवीन जयहिन्द ने अपने फेसबुक पेज पर लाइव आकर माननीय मुख्यमंत्री नायब सैनी जी व मंत्री अरविंद शर्मा जी से अपील करते हुए कहा कि मेले में हरियाणा के कलाकारों से ज्यादा महत्व बाहर के कलाकारों को क्यों दिया जा रहा है। यह हरियाणवी कलाकारों का अपमान है। जब हरियाणवी कलाकारों को हरियाणा में ही सम्मान नहीं मिलेगा तो बाहर कैसे मिल सकता है।

 

जयहिन्द ने बताया कि उनके पास बहुत से कलाकारों के फोन आए और यह समस्या बताई। कलाकारों ने बताया कि बाहर के कलाकारों को तो बड़ी स्टेज व लाखों रुपए दिए जा रहे है लेकिन हरियाणा के कलाकारों को छोटी स्टेज ओर पैसे भी कम दे रही है सरकार। जिसके बाद जयहिन्द का कहना है कि सूरजकुंड के मेले में हरियाणवी संस्कृति को हरियाणवी कलाकार से बेहतर बाहर के कलाकार कैसे दिखा सकते है। हरियाणवी संस्कृति को बढ़ावा तो हरियाणवी कलाकार की दे सकते है।

 

हम इस बात का विरोध नहीं करते कि बाहर के कलाकारों को क्यों बुलाया गया है लेकिन हरियाणवी कलाकारों का सम्मान करना भी हरियाणा सरकार की ही जिम्मेदारी है।

 

जयहिन्द ने रमेश कलावडिया, रामकेश जीवनपुरीया, सोमबीर कथूरवाल, विकास पासोरिया, बाली शर्मा, नरेंद्र दांगी, विकास सातरोड, वैद अलीपुर, गजेंद्र फौगाट, प्रदीप बुरा, अमित सैनी रोहतकिया, बिंदर दनौदा, केपी कुंडू, ढांडा न्योलिआला, कर्मबीर फौजी जैसे हरियाणवी कलाकारों का जिक्र करते हुए कहा कि ये कलाकार भी तो हरियाणवी संस्कृति को बढ़ावा देते है और बहुत अच्छी रागनियां व गाने गाते है। तो जब हरियाणा में ही इतने कलाकार थे तो सरकार को बाहर से कलाकारों को लाने की क्या जरूरत पड़ गई।

 

साथ ही जयहिन्द ने सभी कलाकारों से अपील करते हुए कहा कि यह आप सब के साथ बहुत बड़ा अन्याय है और इसके खिलाफ आपको आवाज उठानी होगी। सरकार को रैलियां करवानी होती है तो आप लोगों को याद करती है लेकिन जहां प्रदेश व हरियाणवी संस्कृति का विस्तार करने की बात आती है तो सरकार बाहर के कलाकारों को बढ़ावा देती है।

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