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रोहतक / आज से करीब सात साल पहले हमने सड़कों पर घूमती गऊ माता के चारे के लिए खूंटा गाड़ अभियान चलाया जिसमें उस समय वित्त मंत्री रहे कैप्टन अभिमन्यु के घर के बाहर गाय बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। उसे लेकर हम पर केस हुआ जिसकी शुक्रवार 22 नवंबर को रोहतक कोर्ट में माननीय जज साहब मंगलेश चौबे जी की कोर्ट में पेशी हुई और जज साहब द्वारा अगली तारीख 3 दिसंबर की दी गई। आपको बता दें कि इस केस में बीते 13 नवंबर को सात पुलिसकर्मियों की गवाही हुई थी और गवाही क्लोज हो चुकी थी। इस मौके पर एडवोकेट गौरव भारतीय भी मौजूद रहे। जयहिंद को कोर्ट जाते देख कुछ परेशान आदमी जयहिंद से मिले और उन्हें अपनी समस्या बताई। पीड़ितों ने बताया कि हम अपनी समस्या लेकर बहुत जगह जा चुके लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई अब बस आप से उम्मीद है। जयहिंद ने बताया हमने तो गौ माता के लिए शांतिपूर्वक ढंग से प्रदर्शन किया था, ताकि गौ माता के रहने व खाने के लिए ग्रांट मिल सके। और बाद सरकार ने गौशालाओं के लिए 20 करोड़ की ग्रांट पास करनी पड़ी। क्योंकि गौ माता सड़कों पर घूमती थी, उनके चारे की व्यवस्था नहीं थी, उनके रहने की व्यवस्था नहीं थी। जयहिंद ने कहा जज साहब द्वारा जो भी फैसला लिया जाएगा वह माननीय होगा। हम गौ माता के लिए जो भी सजा मिले वह भुगतने को तैयार है और आगे भी गौ माता को न्याय दिलाने के लिए हम सड़कों पर जरूर उतरेंगे इसके लिए चाहे हम पर सौ केस लग जाएं। साथ ही जयहिंद ने बताया कि सरकार को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि गौ माता सड़कों पर ना घूमे, क्योंकि इससे सड़कों पर घटनाएं भी होती है जिसमें गौ माता व उनके बेटे भी दुर्घटना का शिकार होते है।

रोहतक /हरियाणा में अक्सर चर्चा में रहने वाले जयहिंद ने रविवार 17 नवंबर को हवन यज्ञ कर तम्बू की सत्रहवीं कर दी। गत दिनों जयहिंद के तम्बू पर सरकार का बुलडोजर चला ओर इससे पहले भी जयहिंद जिस बाग में रहते थे उसे भी तोड़ दिया गया था। वहीं तंबू की सत्रहवीं पर सैकड़ों लोग पहुंचे और तम्बू की सत्रहवीं के हवन यज्ञ पर आटा, फल व तरह तरह का सामान लेकर पहुंचे और हवन में आहुति दी। जयहिंद ने बताया कि अब हम जनता की लड़ाई लड़ने के लिए दो महीनों तक अस्त्र–शस्त्र इकठ्ठा करेंगे क्योंकि कोई भी लड़ाई बिना अस्त्रों–शस्त्रों के नहीं लड़ी जाती। हम हरियाणा के दो करोड़ वोटरों के लिए लड़ाई लड़ रहे है। हम चाहते है कि लोग अपने हक के लिए आवाज उठाना सीखें। हमारा मकसद सिर्फ लोगों को जागरूक बनाना है। जयहिंद ने कहा कि मुझे संघर्ष करते हुए 21 साल हो चुके है, बहुत से लोगों ने तन–मन–धन से हमारी मदद की है। अब मैं उन सभी संघर्ष के साथियों से मिलूंगा और उनमें से 2100 आदमियों का चुनाव करूंगा जो निस्वार्थ भाव से हमारी मदद करते रहे। हम विपक्ष से सवाल करते है कि वह जनता की आवाज क्यों नहीं उठाता क्या उन्हें जनता की समस्याएं दिखाई नहीं देती या विपक्ष की सरकार के साथ कोई सेटिंग है जो विपक्ष जनता की लड़ाई लड़ने से हिचकिचाता है। जयहिंद ने कहा कि अगर जनता चाहेगी कि जयहिंद आगे भी ऐसे ही संघर्ष करता रहे ओर जनता की आवाज उठाता रहे तो नए साल पर हम नए रूप में दिखेंगे। अगर जनता चाहेगी कि जयहिंद कोई संघर्ष न करे और घर बैठा रहे तो हम घर बैठ जाएंगे। जयहिंद ने बताया कि जिस तम्बू की सत्रहवीं की जा रही है ये वही तम्बू है जिससे लाखों लोगों का भला हुआ है इसी तंबू के द्वारा लाखों बुजुर्गो की पेंशन बनी , इसी तंबू से हजारों बेरोजगारों को सरकारी नौकरियां मिली, इसी तंबू से हजारों लोगों के बीपीएल कार्ड बने हैं इसी तंबू के माध्यम से पहरावर की जमीन वापिस मिली इसके साथ ही तंबू के माध्यम से खिलाड़ियों को खेल कोटा वापिस मिला इसके साथ तम्बू के द्वारा जनता की अदालत लगाने के साथ साथ सैकड़ों ऐसे आंदोलन किए जिसकी शुरुआत तम्बू से हुई और सरकार को हमारी मांगे मानी। वही हरियाणा के हक एसवाईएल और पीजीआई के कच्चे कर्मचारियों तक की आवाज इसी तंबू से उठी। जयहिंद ने बताया आज भी लोग अपनी अलग अलग समस्याएं लेकर पहुंचे वही जयहिंद ने बताया कि सेक्टर 6 टूटे हुए तंबू वाले स्थान पर प्रत्येक रविवार को 10 बजे से 2 बजे तक जनता की समस्याएं सुनी जाएगी

रोहतक / आज से करीब सात साल पहले हमने सड़कों पर घूमती गऊ माता के चारे के लिए खूंटा गाड़ अभियान चलाया जिसमें उस समय वित्त मंत्री रहे कैप्टन अभिमन्यु के घर के बाहर गाय बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। उसे लेकर हम पर केस हुआ जिसकी बुधवार 13 नवंबर को रोहतक कोर्ट में माननीय जज साहब मंगलेश चौबे जी की कोर्ट में पेशी हुई। इस केस में आज सात पुलिसकर्मियों की गवाही हुई और गवाही क्लोज हो चुकी है, अब 22 नवंबर को कोर्ट में इस मामले पर दोबारा बहस होगी। इस मौके पर एडवोकेट गौरव भारतीय भी मौजूद रहे। साथ इससे पहले सुबह ही पीजीआई के कच्चे कर्मचारियों ने फोन कर जयहिंद को पीजीआई बुलाया क्योंकि वहां बहुत से कर्मचारियों के हाजरी के लिए अंगुठे नहीं लगवाए गए, जिस कारण सभी कर्मचारी हड़ताल पर बैठ गए। जयहिंद तुरंत ही पीजीआई पहुंचे और ठेकेदार से बात कर बताया कि हमारी आपके साथ कोई लड़ाई नहीं है, हम चाहते है पॉलिसी लागू की जाए। अगर किसी भी कर्मचारी को इस तरह बेवजह परेशान किया गया तो हमसे बुरा कोई नहीं होगा इसे आप सलाह समझ सकते है या फिर चेतावनी। जयहिंद ने बताया हमने तो गौ माता के लिए शांतिपूर्वक ढंग से प्रदर्शन किया था, ताकि गौ माता के रहने व खाने के लिए ग्रांट मिल सके। और बाद सरकार ने ग्रांट पास भी की। क्योंकि गौ माता सड़कों पर घूमती थी, उनके चारे की व्यवस्था नहीं थी, उनके रहने की व्यवस्था नहीं थी। जयहिंद ने कहा जज साहब द्वारा जो भी फैसला लिया जाएगा वह माननीय होगा। हम गौ माता के लिए जो भी सजा मिले वह भुगतने को तैयार है और गौ माता को न्याय दिलाने के लिए हम सड़कों पर जरूर उतरेंगे इसके लिए चाहे हम पर सौ केस लग जाएं। साथ ही जयहिंद ने बताया कि सरकार को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि गौ माता सड़कों पर ना घूमे, क्योंकि इससे सड़कों पर घटनाएं भी होती है जिसमें गौ माता व उनके बेटे भी दुर्घटना का शिकार होते है।

रोहतक / हरियाणा के रोहतक जिले में नवीन जयहिंद सैक्टर 6 तंबू अक्सर चर्चाओं में रहता हैं पिछले दिनों जयहिंद के तंबू को बुलडोजर से सरकार द्वारा गिरा दिया गया ताकि जयहिंद लोगो की समस्याएं उठानी बंद कर दे ओर तंबू में लगाए जाने वाले जनता दरबार बंद हो जाए वही गत मंगलवार को हजारों पीजीआई के कच्चे कर्मचारी अपनी समस्याएं लेकर जयहिंद के टूटे हुए तम्बू में पहुंचे और जयहिंद के नेतृत्व में पीजीआई में पहुंच रहे माननीय राज्यपाल जी ओर स्वास्थय मंत्री आरती राव को अपनी समस्याओं से अवगत कराने टूटे हुए तम्बू से पीजीआई की ओर कूच की। हजारों कच्चे कर्मचारियों ने पीजीआई की तरफ सड़क पर पैदल गमन किया तभी बीच में ही सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने बेरिकेडिंग करके जयहिंद को बीच रास्ते में ही रोक दिया जिसके बाद जयहिंद पीजीआई के कच्चे हजारों कर्मचारियों के साथ बीच सड़क पर ही बैठ गए जिसके बाद नवीन जयहिंद ओर कमेटी के कुछ सदस्यों को लेकर पीजीआई में ही माननीय राज्यपाल, डीसी व एसडीएम के सामने समस्याओं से अवगत कराने के लिए ले जाया गया जहां पहले डीसी व एसडीएम मिलने पहुंचे फिर राज्यपाल जी से मिले और उन्हें ज्ञापन सौंपा। नवीन जयहिंद ने पीजीआई के सभी कच्चे कर्मचारियों की समस्याओं ओर पीजीआई में चल रहे भ्रष्टाचार के मामले से अवगत कराया जिसके बाद राज्यपाल जी द्वारा सभी मामले की जांच के आदेश जिला प्रशासन को दिए ताकि कच्चे कर्मचारियों की मांगो का जल्द से जल्द समाधान हो सके वही जयहिंद ने चुनाव के दौरान चुनाव लड़ने वाले नेताओ पर भी तंज कसते हुए कहा कि चुनाव से पहले हजारों चुनावी शेर हरियाणा के अलग अलग हलकों में घूम रहे थे अब वे हजारों चुनावी शेर किस गुफा में छिप गए है उन्हें गुपा से बाहर आकर हरियाणा की जनता की समस्याओं को दूर करवाने के लिए सामने आना चाहिए ताकि जनता की समस्याओं का समाधान हो जयहिंद ने हरियाणा में विपक्ष को अब विधानसभा चुनाव में हुई हार के संतापे से बाहर निकलकर हरियाणा की पीड़ित जनता की आवाज उठानी चाहिए सिर्फ चुनाव के 5 महीने पहले जनता के बीच जाकर चुनाव जीतने का ढोंग नहीं करना चाहिए अगर विपक्ष जनता की आवाज नहीं उठाएगा तो ऐसे तो अगले 10 साल तक विपक्ष हरियाणा में सत्ता की कुर्सी हासिल नहीं कर पाएगा –––बॉक्स––– कर्मचारी बोले पेड़ नहीं कटने देंगे कर्मचारियों ने कहा जहां पर यह तम्बू था वहां पर किसी का कोई प्लाट नहीं था और रही बात बाग की तो सरकार बाग में इतने पेड़ काट कर कैसे प्लॉट काट सकती है और हम इन पेड़ों को नहीं कटने देंगे। जबकि हमारे मुख्यमंत्री नायब सैनी जी भी इस समाज से आते है जिस समाज में पेड़–पौधों की रक्षा की जाती है। ओर अगर फिर भी मुख्यमंत्री साहब पेड़ काट कर प्लॉट काटते है तो उन्हे पाप लगेगा।